5 Simple Statements About sidh kunjika Explained
नमः कैटभहारिण्यै नमस्ते महिषार्दिनि ॥ ६ ॥
मां भगवती के इस पाठ को करने की विधि है उसका पालन जरूर करें. आइए जानते हैं सिद्ध कुंजिका पाठ की विधि और लाभ.
धां धीं धूं धूर्जटेः पत्नी वां वीं वूं वागधीश्वरी ।
अभक्ते नैव दातव्यं गोपितं रक्ष पार्वति।।
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति दशमोऽध्यायः
Salutations to your Goddess that has the form of root chants Who via the chant “Goal” has the shape in the creator Who via the chant “Hreem” has the form of one who can take treatment of every little thing And who with the chant “Kleem” has the shape of passion
चाय वाले को बनाया पिता और टेस्ट ड्राइव के बहाने उड़ाई बाइक, आगरा में शातिर चोर का गजब कारनामा
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति षष्ठोऽध्यायः
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति सप्तमोऽध्यायः
अगर किसी विशेष मनोकामना पूर्ति के लिए सिद्ध कुंजिका स्तोत्र कर रहे हैं तो हाथ में जल, फूल और अक्षत लेकर जितने पाठ एक दिन में कर सकते हैं उसका संकल्प लें.
कुंजिकापाठमात्रेण दुर्गापाठफलं लभेत् ।
नमस्ते रुद्ररूपिण्यै नमस्ते मधुमर्दिनि ।
'सुक्खू सरकार से लिखित आश्वासन मिलने तक धरना जारी', वोकेशनल टीचर्स वेलफेयर एसोसिएशन की दो टूक
हुं check here हु हुंकाररूपिण्यै जं जं जं जम्भनादिनी।